सभी विभागीय अधिकारी सीएम हेल्प लाईन में दर्ज शिकायतों का शत प्रतिशत संतुष्टि पूर्ण निराकरण अपने विभाग को ए ग्रेड में लाने का तत्परता के साथ प्रयास करे- कलेक्टर

सिंगरौली। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक के दौरान कलेक्टर श्री चन्द्र शेखर शुक्ला के द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया की विभागीय योजना के क्रियान्वयन की अब सीएम डैस बोर्ड के माध्यम से रियल टाईम समीक्षा की जायेगी। विभागीय अधिकारी अपने अपने विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की शत प्रतिशत मानीटरिंग कर हितग्राहियों को लाभान्वित कराया जाना सुनिश्चित करे। साथ ही सभी विभागीय अधिकारी सीएम हेल्प लाईन में दर्ज शिकायतों का शत प्रतिशत संतुष्टि पूर्ण निराकरण अपने विभाग को ए ग्रेड में लाने का तत्परता के साथ प्रयास करे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि अब विभागीय योजनाओं के क्रियान्वय की मानीटरिंग सीएम डैसबोर्ड के माध्यम से की जायेंगी। इस डैसबोर्ड के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के प्रगति का मूल्यांकन 163 मापदण्डो के आधार पर किया जायेगा। जिसके आधार पर अंक प्राप्त कर रियल टाईम में जिलावार रैकिंग भी घोषित की जायेंगी। कलेक्टर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विभागीय अधिकारी अपने विभाग से संबंधित पैरामीटरों की समीक्षा करे। पैरामीटर संबंधित यदि कोई जानकारी अपडेट करनी है तो उसे तत्काल पोर्टलों में अपडेट करायें। इसी के साथ जिन विंदुओं में विभाग की रैकिंग संतोष जनक नही है उन पैरामीटरो पर नीतिबद्ध तरीके से कार्य कर प्रगति लाएं। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि आगामी टीएल बैठक के दौरान इसकी पुनः विस्तार से समीक्षा की जायेगी। विभागीय अधिकारी अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की सभी जानकारी अपडेट कर बैठक में उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने सी एम हेल्पलाइन की एक एक लंबित शिकायत की विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी विभागीय अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के संतुष्टिपूर्वक निराकरण के लिए शिकायतकर्ता से संपर्क करते हुए समस्याओं का समाधान कराने एवं फोर्स क्लोज कराने वाली शिकायतों का स्पष्ट प्रतिवेदन दर्ज कराये जाने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि सभी विभाग प्रमुख क्षेत्र में जाकर संबंधित शिकायत का निराकरण करायें। उन्होंने कहा कि 50 दिवस, 100 दिवस एवं 300 सौ दिवस की लंबित शिकायतों का विभागीय अधिकारी शिकायकर्ता से सम्पर्क कर एक संप्ताह में शिकायतों का निराकरण कराये। उन्होंने निर्देश दिए कि इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न करते हुए गंभीरता से कार्य किया जाए।